New Education Policy 2020 : भाषा थोपी नहीं... कम उम्र के बच्चे ज्यादा सीखते हैं - कस्तूरीरंगन

पांचवीं कक्षा तक मातृभाषा में पढ़ाई का फैसला किसी भी बच्चे पर भाषा थोपना नहीं है। मकसद छोटे बच्चों को संस्कृति से जोड़ते हुए सीखने की प्रवृति को बढ़ाना है। घर में मातृभाषा का प्रयोग होता है, ऐसे में छात्र जब उसी में सीखेगा तो उसे हमेशा याद रहेगा।

from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3gb2A22
via IFTTT

Comments